बांदीकुई, (निस)। देश में आगामी 14 अप्रैल तक लॉक डाउन किया हुआ है, लेकिन गत बुधवार को राशन व सब्जी की दुकानें बंद रहने से गुरुवार को प्रशासन ने सुबह 7 से 10 बजे तक दुकानें खुलवा दी। ऐसे में सब्जी व राशन सामग्री खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। सब्जी मण्डी के तो हालात ये हो गए कि लोगों को पैर रखने के लिए जगह तक नहीं मिली। जगह की कमी के चलते लोग धक्का-मुक्की तक करते दिखाई दिए। राशन सामग्री की कुछ दुकानों पर आटा-चीनी सहित अन्य राशन सामग्री ब्लैक में बेची जा रही है। बाजार में आटा 32 सौ रुपए प्रति विरल बेचा जा रहा है। इसमें 50 किलो का कट्टा 16 सौ रुपए में बिक रहा है। जबकि आटे की व्यापारी मांग के अनुरूप आपूर्ति तक नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में प्रशासन को भी समय रहते गेहूं व आटे की व्यवस्था करनी चाहिए।
जबकि चीनी भी 40 रुपए से अधिक भाव में बेची जा रही है। जबकि तेल भी सौ रुपए प्रति किलोग्राम बेचा जा रहा है। दाल भी 120 रुपए किलोग्राम तक पहुंच गई है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर व जरूरतमंद लोगों की पहुंच से राशन सामग्री दूर होती दिखाई दे रही है। जबकि प्रशासन को राशन विक्रेताओं को पाबंद किया जाना चाहिए कि वे राशन सामग्री की सूची दुकान के बाहर चस्पा करें। पालिका व रसद विभाग भी राशन से जुड़ी दुकानों की प्रभावी मॉनिटरिंग करें। इससे आमजन को भी राहत मिल सके। इसके अलावा दूध पर भी अतिरिक्त राशि वसली जा रही है। लोग राशन सामग्री का स्टॉक भी करने लगे हैं। जबकि लोगों को देश में चल रही महामारी को समझना चाहिए कि बाजार जब खुल रहा है तो जरुरत के हिसाब से ही सामान खरीदना चाहिए।